बिहार में निगम सफाई मज़दूर हड़ताल पर

1 फरवरी से पुराने कर्मियों की जगह आउटसोर्स से काम कराने के आदेश से मज़दूर आंदोलित

पटना नगर निगम के सफाई कर्मचारी पिछले 1 फरवरी से हड़ताल पर हैं। दैनिक वेतन कर्मचारियों की सेवा पर रोक के आदेश के खिलाफ कर्मचारी आंदोलित हैं। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक सरकार अपने आदेश को वापस नहीं लेती है, आंदोलन जारी रहेगा। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि सरकार के स्तर पर हमारी सेवा को खत्म करने की साजिश हो रही है। नगर विकास मंत्री केवल आश्वासन देने की बात कर रहे हैं। हमारे स्थायीकरण की माँग को सरकार पूरा करें।

ज्ञात हो कि बिहार के नगर विकास मंत्रालय द्वारा 31 जनवरी से निगम के अस्थाई कार्मियो की सेवा समाप्त करने के फरमान से सफाई मज़दूर आंदोलित हो गए। इसमें सभी कर्मचारी संगठन एकजुट हैं। आन्दोलन के दबाव में मंगलवार को नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा था कि 31 मार्च तक किसी कर्मचारी को नहीं निकाला जाएगा। लेकिन मज़दूर इस भ्रम में नहीं फंसे।

पटना में सफाई व्यवस्था चरमराई

सफाईकर्मियों की हड़ताल के चलते राजधानी पटना की सफाई व्यवस्था चरमरा गई। आंदोलनकारियों ने निगम मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। सभी छह अंचलों के सफाईकर्मी मौर्या टावर स्थित निगम मुख्यालय के समक्ष धरनारत हुए। 

हड़ताल के चलते निगम के सफाई वाहन जहां के तहां पड़े रहे। सभी छह अंचल कार्यालयों में भी कार्य ठप रहा। शहर के करीब 4500 दैनिक सफाईकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हैं। निगम के सभी कर्मचारी यूनियनों को इस हड़ताल का समर्थन प्राप्त है। इनमें नगर निगम स्टाफ यूनियन, चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ, कर्मचारी समन्वय समिति आदि शामिल हैं।

नगर मंत्री का पुतला फूंकते सफाई मज़दूर

आदेश से कर्मी खफा

दैनिक सफाईकर्मी निगम प्रशासन और नगर विकास विभाग के उस आदेश से नाराज हैं, जिसमें 31 जनवरी तक दैनिक सफाईकर्मियों की सेवा नहीं लेने की बात कही गई थी। आदेश में दैनिक सफाईकर्मियों के बदले आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से शहर की सफाई करने की बात कही गई थी। आंदोलनकारियों का कहना है कि इस आदेश से हजारों परिवारों पर आर्थिक संकट आ जाएगा।

बेगुसराय में सफाई मजदूर कर रहे हैं विरोध

बेगूसराय। असउटसोर्सिंग से कार्य कराने के सरकार के आदेश का निगम में दैनिक मजदूरी पर कार्यरत पांच सौ से अधिक कर्मियों ने 1 फरवरी से निगम कार्यालय में तालाबंदी कर कामकाज ठप कर दिया है। इस कारण निगम कार्यालय में कोई अधिकारी या कर्मी नहीं जा पा रहे हैं और कार्यालय नहीं खुलने से आमलोग का काम नहीं हो रहा है।

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