जेएनयू में आपातकालीन स्थिति : छात्रों पर जानलेवा हमला

जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों पर विद्यार्थी परिषद का आतंक, छात्रसंघ अध्यक्ष आईषी घोष गंभीर रूप से घायल

नई दिल्ली: देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों पर नकाबपोश विद्यार्थी परिषद के तत्वों ने बड़ा हमला बोला है। इस हमले में जेएनयूएसयू की अध्यक्ष आईषी घोष गंभीर रूप से घायल हो गयी हैं। उनके सिर में गंभीर चोट लगी है। इसके अलावा महासचिव सतीश चंद्र यादव गायब हैं। बताया जा रहा है कि यह हमला साबरमती ढाबा के पास किया गया है। पूरे कैम्पस में अराजकता, अफरा-तफरी व आतंक का माहौल है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शाम करीब 6:30 बजे दर्जनों गुंडे जेएनयू कैंपस में घुस आए और छात्रों पर हमला करना शुरू कर दिया। गुंडों ने कैंपस के अंदर स्थित शिक्षकों के घरों पर भी हमला किया। पुरुष गुंडे महिला छात्रावासों में भी घुसकर छात्राओं के साथ भी हमलावर हैं। सब सुनियोजित है, लेकिन मिडिया इसे बवाल के रूप में प्रचारित करने लगी है, जो मिडिया के चरित्र की बानगी है।

सोशल मिडिया पर आ रही खबर और ‘कलेक्टिव’ के मुताबिक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े तत्वों ने जेएनयू होस्टल के कमरों पर धावा बोला, कमरों के खिड़की-दरवाजे तोड़ दिए और लाठी-लोहे के राड़ और पत्थरों के साथ छात्र-छात्राओं पर हमलावर हैं। पुलिस और सुरक्षाकर्मी बचाव की जगह इन गुंडा तत्वों का सहयोग कर रहे हैं।

जेएनयू छात्रा खुशबू शर्मा अपनी फेसबुक वाल पर लिखती हैं:

आपातकालीन!!
टी पॉइंट पर एक सार्वजनिक बैठक चल रही थी । अचानक abvp के एक बड़े समूह ने लाठियों और छड़ों के साथ आकर सभा को पीटना शुरू किया । शिक्षक उनके खिलाफ मजबूती से खड़े हुए और उनमें से कई गंभीर चोटें आई । उन्होंने भीड़ के पीछे भाग लिया और हमें पीछे किया । हमने ताप्ती छात्रावास में आश्रय लिया । सभा में पत्थर फैक रहे हैं । हम ताप्ती पर अटके हैं । पता नहीं सब बाहर क्या हो रहा है । दिल्ली और मीडिया में सिविल सोसाइटी कृपया इस का ध्यान रखें । यह एक आपातकालीन है। वे लोगों को नर्क की तरह मार रहे हैं । मुझे नहीं पता कि मेरे प्रोफेसरों को क्या हुआ है, मेरे दोस्तों । वे इंटरनेट भी काट सकते हैं।

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