माइक्रोमैक्स मज़दूरों ने मनाई काली दिवाली

10 माह से छँटनी के शिकार मज़दूरों की दिवाली, माइक्रोमैक्स प्रबन्धन ने कर दी है काली

पंतनगर (उत्तराखंड)। एक तरफ जहाँ देश के विभिन्न हिस्सों में लोग दिवाली की खुशियां मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भगवती प्रोडक्टस लिमिटेड (माइक्रोमैक्स) के 10 माह से छँटनी का दंश झेलते हुए संघर्षरत मज़दूरों ने विरोधस्वरूप कंपनी गेट पर काली दिवाली मनाई।

मज़दूरों ने दीए को काले रंग से रंग कर कंपनी गेट के इर्द-गिर्द लगाए और कहा कि कंपनी प्रबंधन, प्रदेश की भाजपा सरकार, शासन, प्रशासन और श्रम विभाग सबने मिलकर मज़दूरों को बेरोजगार बना दिए हैं। 10 माह से मज़दूर संघर्ष कर रहे हैं लेकिन कहीं भी उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है।

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मज़दूरों का 11 माह से वेतन बकाया है, इसलिए यह दिवाली काली हो गई। ऐसे में खुशियों के इस त्यौहार को काली करने वाले प्रबंधन के खिलाफ मज़दूर काले रंग का दीपक जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

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ज्ञात हो कि भगवती प्रबन्धन ने 27 दिसंबर 2018 को गैरकानूनी रूप से 303 स्थाई श्रमिकों की छँटनी कर दी थी। कंपनी के बचे हुए श्रमिकों को बार-बार ले-ऑफ के बहाने बैठता रहा है। अभी भी गैरकानूनी ले-ऑफ के तहत 48 श्रमिक बाहर हैं।

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मज़दूर तबसे कंपनी गेट पर धरनारत हैं। वे पुलिस द्वारा थोपे गए फ़र्जी मुकदमा झेल रहे हैं, हाईकोर्ट से लेकर औद्योगिक न्यायाधिकरण तक क़ानूनी लड़ाइयां लड़ रहे हैं। साथ ही ज़मीनी स्तर पर विभिन्न तरीके से आंदोलन चला रहे हैं।

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