संयुक्त संघर्ष रैली निकाल मज़दूरों ने जताया आक्रोश

पुलिस दबाव के बीच माइक्रोमैक्स, एडविक और वोल्टास के मजदूरों की कार्यबहाली की माँग हुई बुलंद

पंतनगर (उत्तराखंड)। भगवती (माइक्रोमैक्स) मज़दूर आंदोलन के 300 दिन पूरा होने, वोल्टास में श्रमिकों की अवैध गेट बंदी के 30 दिन होने और एडविक में माँग पत्र के समाधान और कार्य बहाली के लिए जारी संघर्षों के तहत आज सिडकुल क्षेत्र से श्रम भवन तक मजदूरों ने संयुक्त रूप से संघर्ष रैली निकाली और अपना रोष प्रकट किया।

पुलिस दबाव के बावजूद मज़दूरों ने निकाली रैली

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रैली को रोकने के लिए पुलिस काफी सक्रिय रही और मज़दूरों के धरना स्थलों पर सुबह से ही जाकर डराने-धमकाने व दबाव बनाने प्रयास किया। मज़दूरों ने रैली निकालने की दृढ़ता दिखाई और कहा कि धारा-144 नहीं है और वे रैली निकालेंगे। ऐसे में प्रशासन ने रैली का रूट परिवर्तित करावा दिया।

उल्लेखनीय है कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत रैली भगवती प्रोडक्ट्स कम्पनी गेट पर चल रहे धरना स्थल से शुरू होकर एडविक धरना स्थल से होते हुए वोल्टास कंपनी के धरना स्थल तक जाना था, लेकिन मालिकों के दबाव में प्रशासन ने रैली की अनुमति सिडकुल क्षेत्र से बाहर की दी। जिस कारण से रैली भगवती कंपनी के गेट सिडकुल, पंतनगर से प्रारंभ होकर श्रम भवन रुद्रपुर तक पहुँची।

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श्रम भवन पर सभा के साथ डीएलसी को ज्ञापन

श्रम भवन पर विभिन्न कंपनियों से आए मज़दूरों ने सभा की और उप श्रमायुक्त को ज्ञापन दिया।

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इस अवसर पर भगवती श्रमिक संगठन के महामंत्री दीपक सनवाल ने कहा कि भगवती प्रोडक्ट्स (माइक्रोमैक्स) में 27 दिसंबर 2018 से 303 श्रमिकों की गैरकानूनी छँटनी के खिलाफ संघर्ष के आज 300 दिन हो चुके हैं। कंपनी के बाकी श्रमिकों को ले-ऑफ के बहाने बाहर बैठा रखा है, लेकिन बहरे शासन प्रशासन और सरकार की कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है।

वोल्टास एंप्लाइज यूनियन के पूर्व अध्यक्ष नंदलाल ने कहा कि यूनियन के माँग पत्र पर पिछले दो साल से प्रबंधन की हठधर्मिता से विवाद कायम है। प्रबंधन लगातार दमन का सहारा ले रहा है। मज़दूरों की पूर्वर्ती सुविधाओं में कटौती, वेतन कटौती के साथ प्रबंधन ने एक स्थाई श्रमिक को निलंबित किया, अस्थायी श्रमिकों को निकाला और अब पिछले 25 सितंबर से 8 स्थाई श्रमिकों की गैरकानूनी गेट बंदी कर दी है, जिससे लगातार आक्रोश बना हुआ है।

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एडविक श्रमिक संगठन के निर्जेश यादव ने बताया की कंपनी में यूनियन बनने के बाद पिछले डेढ़ साल से प्रबंधन ने श्रमिकों की वेतन वृद्धि रोक दी और एक कार्यकारिणी सदस्य राजू विश्वास की गेट बंदी कर दी थी। तब से संघर्ष लगातार जारी है। श्रम अधिकारी अपने ही समझौतों का पालन नहीं करा पा रहे हैं।

रैली को देखते हुए आज वोल्टास और एडविक की वार्ताएं भी थीं।

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आज के कार्यक्रम में गुजरात अंबुजा सितारगंज, ब्रिटानिया श्रमिक संघ, इंटरार्क मज़दूर संगठन, महिन्द्रा कर्मकार यूनियन, इंकलाबी मज़दूर केंद्र, मज़दूर सहयोग केंद्र, बजाज संगठन, उत्तराखंड क्रांति दल से ऑटो लाइन यूनियन के पूर्व अध्यक्ष उत्तम सिंह बिष्ट, भगवती श्रमिक संगठन, वोल्टास एंप्लाइज यूनियन, एडविक श्रमिक संगठन आदि के मज़दूर शामिल रहे।

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