बीएसएनएल कर्मियों ने केंद्र के खिलाफ खोला मोर्चा

नहीं मिल रहा है समय से वेतन, निगम को बेचे जाने की भी आशंका

सरकार द्वारा बीएसएनएल को बेचे जाने से आशंकित बीएसएनएल कर्मचारियों की सभी यूनियन और एसोसिएशन ने शुक्रवार यानी 18 अक्टूबर को एक दीवसील भूख हड़ताल का निर्णय लिया हैं। कर्मचारियों की मांग है कि उनको सितंबर का वेतन भुगतान किया जाए साथ ही हर माह समय पर वेतन दिया जाए। भारत संचाल निगम लिमिटेड की यूनियन भी अपने सभी सर्किल आफिसों में भोजनवाकाश के समय प्रदर्शन करेगा।

त्योहारी मौसम में वेतन न मिलने से परेशान बीएसएनएल और एमटीएनएल के कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एक ओर तनख्वाह न मिलने से तो दूसरी ओर कर्ज से दबे सर्वजनिक क्षेत्र के इन दोनों उपक्रमों को बंद करने की आशंका के चलते कर्मचारी परेशान हैं।

एमटीएनएल कर्मियों ने 16 अक्तूबर यानी बुधवार को इंडिया गेट से प्रधानमंत्री आवास तक विरोध मार्च निकाला। वहीं, बीएसएनएल कर्मचारी संघ ने मांगों को लेकर 18 अक्तूबर यानी शुक्रवार को एक दिवसीय भूख हड़ताल पर जाने का एलान किया है। मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में 4 से 8 नवंबर तक कारपोरेट आफिस में भूख हड़ताल करेंगे।

बता दें कि 22 हजार एमटीएनएल कर्मियों को पिछले दो महीने (अगस्त और सितंबर) से वेतन नहीं मिला है। वहीं, बीएसएनएल कर्मियों को पिछले महीने वेतन नहीं मिल पाया था।

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