हजारों डूब रहे हैं, फिर भी मोदी को खुश करने को भरा गया बांध

मेधा पाटकर ने लगाया आरोप, समर्थकों के साथ किया चक्का जाम
दिल्ली। नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ तो हजारों लोग डूब रहे हैं, जबकि पीएम मोदी को खुश करने के लिए गुजरात सरकार ने बांध में और पानी भर दिया। पाटकर के समर्थकों ने खंडवा-बड़ौदा स्टेट हाईवे 26 पर चक्का जाम किया।
शहर के कारंजा चैराहे से रैली के रूप में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करते हुए डूब प्रभावित नर्मदा नदी पर बने कसरावद पुल पर पहुंचे, जहां उन्होंने नर्मदा बचाओ आंदोलन के बैनर तले जाम लगा दिया। इसकी वजह से दोनों और लगभग 3 से 4 किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई।
मेधा पाटकर ने कहा कि पीएम मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए सरदार सरोवर बांध में पूरा पानी भरा गया। जबकि यही जलस्तर 15 अक्टूबर तक भरना था। हम पीएम के जन्मदिवस का जश्न मनाने का धिक्कार करते हैं। उनको लंबी जिंदगी मिले, लेकिन लोगों को भी जीने देने का कर्तव्य और जवाबदेही वो समझें। साथ ही मेधा पाटकर ने कहा कि हमें इस बात से शर्म आती है जो सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं, उन्होंने डूब प्रभावितों का पूर्ण पुनर्वास नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि जहां एक ओर अयोध्या के राम मंदिर के लिए इतना हंगामा किया जा रहा है, वहीं नर्मदा घाटी के सालों पुराने हजारों मंदिर डूब चुके हैं, जबकि किसानों के साथ अन्याय हो रहा है और उनकी हजारों एकड़ जमीन नर्मदा में डूब चुकी है। यही नहीं, कई खेत और गांव टापू में तब्दील हो गए हैं, जबकि गुजरात के केवड़िया में भी सैकड़ों कार्यकर्ताओं को विरोध करने पर गिरफ्तार किया गया।
मध्य प्रदेश और गुजरात के आदिवासियों को यह लूटना चाह रहे हैं। कानूनन पूर्ण पुनर्वास के बगैर डूब लाना अनुचित है और 15 अक्टूबर तक जो पानी भरा जाना था उसे 17 सितंबर तक ही पूरा भर दिया गया। इसमें कितना बड़ा व्यक्तिवाद है और यह संविधान के भी खिलाफ है। केवड़िया के भाषण में यह सुना गया है कि यह प्रकृति पर्यावरण और विकास का समन्वय साध रहे हैं, लेकिन ये किसान, केवट मछुआरे, कुम्हार, मजदूर किसान और गांव की हत्या करने जैसा हैं। मध्य प्रदेश के 178 गांव डूबने जा रहा हैं।
जबकि पूर्व सरकार के जीरो बैलेंस बता कर गांव खाली होने और पूर्ण पुनर्वास के दावे की पोल खोल हो गई। 28,000 परिवारों की संख्या आज भी आ रही है जो प्रभावित हैं। मध्य प्रदेश सरकार को भी सशक्त रूप से खड़े होकर संघर्ष करना चाहिए, क्योंकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है जो कि केंद्र के विरोधी दल के रूप में है। उन्होंने यह भी कहा कि यह आवाज बड़े स्तर पर उठानी चाहिए। पीएम मोदी का जन्मदिवस है, लेकिन घाटी मरण भुगत रही है इसलिए धिक्कार दिवस मना रहे हैं।