वो सुबह कभी तो आएगी

मशहूर संगीतकार खय्याम नही रहे

भारतीय सिनेमा के दिग्गज संगीतकार मोहम्मद ज़हूर ख़य्याम हाशमी का सोमवार रात साढ़े नौ बजे 93 साल की उम्र में निधन हो गया।

पिछले कुछ समय से सांस लेने में दिक़्क़त के कारण उनका मुंबई के जुहू में एक अस्पताल में इलाज चल रहा था।

“कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता
कहीं ज़मीं तो कहीं आसमां नहीं मिलता
जिसे भी देखिए वो अपने आप में गुम है
ज़ुबां मिली है मगर हमज़ुबां नहीं मिलता”
अगर आपसे पूछा जाए कि 1981 में आई इस फ़िल्मी गीत का संगीतकार कौन है तो जवाब होगा मशहूर संगीतकार ख़य्याम।

फ़िल्म बाज़ार का गाना- ‘देख लो आज हमको जी भरके’ हो, या उमराव जान में प्यार के एहसास से भरा गाना हो “ज़िंदगी जब भी तेरी बज़्म में लाती है मुझे, ये ज़मीं चाँद से बेहतर नज़र आती है हमें” …..

उन्होंने 1947 में अपना सफ़र शुरु किया हीर रांझा से, रोमियो जूलियट जैसी फ़िल्मों में संगीत दिया और गाना भी गाया। 1950 में फ़िल्म बीवी के गाने ‘अकेले में वो घबराते तो होंगे’ से लोगों ने उन्हें जाना जो रफ़ी ने गाया था। 1953 में आई फ़ुटपाथ से ख़य्याम को पहचान मिलने लगी और उसके बाद तो ये सिलसिला चल निकला।

1958 में फ़िल्म ‘फिर सुबह होगी’ में मुकेश के साथ ‘वो सुबह कभी तो आएगी’ बनाया , 1961 में फ़िल्म ‘शोला और शबनम’ में रफ़ी के साथ ‘जाने क्या ढूँढती रहती हैं ये आँखें मुझमें रचा’, तो 1966 की फ़िल्म ‘आख़िरी ख़त’ में लता के साथ ‘बहारों मेरा जीवन भी सवारो’ लेकर आए।

ख़य्याम ने 70 और 80 के दशक में कभी-कभी, त्रिशूल, ख़ानदान, नूरी, थोड़ी सी बेवफ़ाई, दर्द, आहिस्ता आहिस्ता, दिल-ए-नादान, बाज़ार, रज़िया सुल्तान, उमराव जान जैसी फ़िल्मों में एक से बढ़कर एक गाने दिए। ये शायद उनके करियर का गोल्डन पीरियड था।

ख़य्याम के जीवन में उनकी पत्नी जगजीत कौर का बहुत बड़ा योगदान रहा जिसका ज़िक्र करना वो किसी मंच पर नहीं भूलते थे. जगजीत कौर ख़ुद भी बहुत उम्दा गायिका रही हैं.

चुनिंदा हिंदी फ़िल्मों में उन्होंने बेहतरीन गाने गाए हैं जैसे बाज़ार में देख लो हमको जी भरके या उमराव जान में काहे को बयाहे बिदेस..

ख़य्याम भले ही संगीत प्रेमियों से जुदा हो गए हों लेकिन बहुत सारे संगीत प्रेमियों के लिए वाक़ई उनसे बेहतर कहने वाला कोई नहीं होगा.

वो दौर जिसे हिंदी फ़िल्म संगीत का गोल्डन युग कहा जाता है, उस दौर के अंतिम धागों से जुड़ी एक और डोर ख़य्याम के जाने से टूट गई है.

साभार  बीबीसी हिन्दी

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